आँसू का एक कतरा फिर से बह निकला
आँसू का एक कतरा फिर से बह निकला,हजारो अनकहे अफ़साने एक पल में कह निकला।अब रोक लू इसे बहने से इतनी हिम्मत नहीं,उन्होंने खुद ही तो कहा है, उन्हें हमसे मोहब्बत नहीं।अब उनकी बातों के खिलाफ जाये तो वा... और पढ़ें
2 वर्ष पूर्व
My Thoughts